जब दलित उत्पीड़न पर रिपोर्टिंग को आरोपी के स्वजातीय बताते हैं ‘फेक न्यूज़’ – जानिए किस हद तक पहुंच चुका है जातिवाद!
दलित उत्पीड़न पर रिपोर्टिंग के अनुभव: मीडिया में जातिवाद की सच्चाइयां जातिवाद किसे कहते हैं इसे मैं अपने साथ कई बार होने वाले वाकये पर बताता हूँ.. बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की लीगेसी होने के नाते हम अपने न्यूज संस्थान द मूकनायक में दलित, आदिवासी समाज के हक, अधिकारों और दलित उत्पीड़न की खबरों को … Read more